सूचना तंत्र का मायाजाल
Side Effects of Social Media and Internet
हमारे ऋषि मुनियों
ने जिस भारतीय संस्कृति और परम्परा को सदियों से बचा कर रखा था, आज
उसे इण्टरनेट, वर्ल्ड
वाइड बेव, मोबाइल, सोसल मीडिया, डीटीएच आदि ने हिला
कर रख दिया। इसी पर एक टिप्पड़ी :
रामायण और महाभारत सीरियल के साथ
भारतीय घरों मे टीवी ने प्रवेश किया,
फिर आ गया केबिल और डी टी एच।
फिर धीरे से मोबाइल आया और आ गया इण्टरनेट
तेजी से फैला सोसल मीडिया और सूचना का जाल
अब बन गया है हम सभी के लिये एक बड़ा जंजाल
मोबाइल ने लोगों को लालच दिया, कर लो दुनिया
मुट्ठी में,
फिर जिओ / 4जी आया, फ्री इण्टरनेट के साथ युवाओं को रिझाने
सूचना के अथाह समुद्र में डुबकी लगवाने !
बाजारबाद के चक्कर में, युवा हो गया
दिग्भमित,
लक्ष्य को भूलकर, फंस गया
आधुनिक सूचना तंत्र के माया जाल में !
अपना कीमती समय और शक्ति दौनों गंवा बैठा
ऑनलाइन के चक्कर में सतही ज्ञान पाया,
सही लिखना पढ़ना, बोलना भी भूल गया
मेरी एक सलाह
तकनीकि का उपयोग करें, मगर उसके गुलाम
ना बनें,
अभी भी बक्त है यदि लौट सको तो !
बरना !
सिर्फ पछ्तावा रह जायेगा.....
और बीता समय
कभी बापिस नहीं आयेगा॥
डा. विवेकानंद जैन
वाराणसी 23/03/2017