यातायात में जल्दबाजी का परिणाम
जिन्हें जल्दी थी,वह इस दुनिया से चलेगये?
अब भेजने बाले भी
जल्दी मचा रहे हैं?
घाट तक पहुंचाकर, जल्दी फुरसत होने के लिये
!
मैं देख रहा हूं? रास्ते में भी कुछ लोग,
मुझे ओवर टेक करने
की कोशिश कर रहे हैं !
ये लोग जानते नहीं
कि मैं भी
इसी जल्दबाजी के
चक्कर में, आज घाट पहुंच गया हूं।
और अपने प्रिय जनों से
दूर अकेला हो गया हूं!!!
मित्रो…..!! तुम्हारे लिये
अभी भी समय है,
मेरे अनुभव का लाभ
ले लो॥
सावधानी से चलो, यातायात के नियमों का पालन करो,
और परिवार व मित्रों
के साथ आनंद से जीवन जियो।
बरना मेरी तरह,
“तुम्हें तथा
तुम्हारे परिवार” को भी पछताना पड़ेगा!
अब यह सिर्फ मेरी सलाह
है, निर्णय आपको ही करना है,
बरना एक बार पुन: चारों
ओर गूंज उठेगा कि ॥राम नाम सत्य है॥